कितना सुन्दर था वह दिन नहीं था पैरों में जात- पात का बंधन न मन में था अमीर- गर कितना सुन्दर था वह दिन नहीं था पैरों में जात- पात का बंधन न मन म...
दुनिया सभी जीव प्रकृति के साथ में संतुलन बनाकर जीते हैं लेकिन इंसान अभी तक ऐसा करना नहीं सीख पाए हैं... दुनिया सभी जीव प्रकृति के साथ में संतुलन बनाकर जीते हैं लेकिन इंसान अभी तक ऐसा क...
गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है, गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है,
मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े खूबसूरती से मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े...
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,
पता नहीं था, आज भैलेंटाइन डे चल कर है आता, दिन में याद दिलाते गर तो गिफ्ट-विफ्ट ले आता पता नहीं था, आज भैलेंटाइन डे चल कर है आता, दिन में याद दिलाते गर तो गिफ्ट-विफ...